फिल्म समीक्षा ‘अतरंगी रे’

फिल्म ‘अतरंगी रे’ की कहानी ट्रेलर की रिलीज के समय से ही साफ है। बिहार की एक लड़की है। शादी को लेकर उसके स्वयंवर रचाने से अरमान हैं। लेकिन घरवाले उसके पैर लड़खड़ाने से पहले ही उसके हाथ पीले कर देने का फैसला कर चुके हैं। लड़का पकड़ मंगाया जाता है। ये मेडिकल की पढ़ाई कर रहा तमिलनाडु का अन्ना निकलता है। हम तुम चोरी से, बंधे इक डोरी से, जैसा कुछ गाना दोनो गा पाएं, उससे पहले ही इस डोरी की गांठ सामने आती है एक जादूगर के रूप में। मनमोहिनी उस पर फिदा है और वह है फिदा ए इश्क। कहानी में पेंच बहुत हैं। उनको धीरे धीरे खोलने का आनंद भी ‘रांझणा’ सा ही आ सकता था लेकिन गच्चा शायद इस बार हिमांशु ने खाया है कि वह चॉकलेट का रैपर उतारने में तो देर लगाते हैं लेकिन फिर चॉकलेट खाने देने का मजा दर्शक को नहीं लेने देते। यहां पर कहानी पानी का बताशा हो जाती है कि मुंह में रखने के बाद तुरंत निगलो।

पैमाने यहां पर बस ये हैं कि सारा अली खान और सोनम कपूर एक जैसी अभिनेत्रियां हैं। अक्षय कुमार अपने स्टारडम के शिखर पर हैं और धनुष अपने निर्देशख पर आंख मूंदकर भरोसा करते हैं। लड़का अगर तमिलनाडु से है तो उसके तमिल बोलने को हिंदी सिनेमा में चुटकुला बनाने का टोटका पुराना हो गया है। निर्देशन के मामले में आनंद एल राय ने जाहिर है पूरा जोर फिल्म को एक ऐसी फिल्म बनाने पर लगाया है जो फ्लॉप किसी तरह न हो। सो यहां एक्शन, इमोशन, ड्रामा सब कुछ है। साथ में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा एक पहलू भी है जिस पर अलग से बहस होनी जरूरी है।

इस पूरे एक्शन, इमोशन और ड्रामे का केंद्र बिंदु हैं सारा अली खान। फिल्म दरअसल है ही सारा अली खान की। धनुष और अक्षय़ कुमार उनके साथ की पैकेज डील हैं। सारा की भी पिछली फिल्म ‘लव आजकल’ सुपर फ्लॉप रही। स्कोर कार्ड उनका दो कामयाब फिल्में देने के बाद दो फ्लॉप फिल्मों पर टिका है और ‘अतरंगी रे’ ने बिल्कुल सही समय पर आकर उनके करियर को बचा लिया है। ये फिल्म उनके लिए भी एक बड़ा सबक है। अभिनय ऐसा होना चाहिए कि वह परदे पर अभिनय जैसा दिखना नहीं चाहिए। करियर की पांचवी फिल्म में आकर सारा ये सीख गई हैं। अभी थोड़ी पॉलिश होनी उनकी बाकी है और सैफ अली खान व अमृता सिंह की बिटिया होने के नाते इसके मौके भी उनके पास हैं। धनुष फिल्म की जान हैं। लोगों ने फिल्म देखी भी उनके लालच में। पूरी कहानी का सबसे अतरंगी कलाकार वह ही हैं। उन्होंने एक साधारण इंसान की कहानी को परदे पर होते देखने का साहस करोड़ों को दिया है। अक्षय कुमार फिल्म यत्र. तत्र और सर्वत्र होने की कोशिश में हैं और कई बार ओवरएक्टिंग भी कर जाते हैं। लेकिन, अभी सबकुछ सही पड़ रहा है। तो मामला संभल गया है।फिल्म ‘अतरंगी रे’ का चोला जैसा भी बन पाया हो, ज्यादा खराब नहीं है। लेकिन इसकी आत्मा इसका संगीत है।

कलाकार अक्षय कुमार , धनुष , सारा अली खान , सीमा बिस्वास और आशीष वर्मा

निर्देशक आनंद एल राय

निर्माता भूषण कुमार , आनंद एल राय , हिमांशु शर्मा और अक्षय कुमार

रेटिंग। 2.5 /5

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